हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्मंत्री प्रेम कुमार धूमल जी ने "" अटल स्वास्थ सेवा "" नाम से एम्बुलेंस सेवा शुरू कि थी
परन्तु अब वहां सरकार बदल जाने के कारन वहां कि कांग्रेसी सरकार ने इस योजना का नाम " अटल स्वास्थ सेवा " की
जगह "" इंदिरा या राजीव "" करने का मन बनाया है .. !!!
क्या इस देश मे गाँधी नेहरु खानदान के अलावा कोई रहता ही नहीं है क्या ? क्या देश की प्रत्येक वस्तु व स्थान पर
केवल गाँधी - नेहरु परिवार का ही अधिकार है क्या देश में महा पुरुषो का आकाल हो गया है , या फिर कांग्रेस की
पारिवारिक जागीरदारी प्रणाली सम्पूर्ण देश में लागु हो गई है , भारतीय राजनीति क्या विश्व राजनीति में भी अगर कोई
एक नाम बिना किसी विवाद के कभी लिया जाएगा तो वह नाम होगा अटल जी , हिमाचल प्रदेश में केंद्र सरकार के
ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत चल रही अटल स्वास्थ्य योजना का नाम शीघ्र ही बदल सकता है। प्रदेश सरकार ने इस
योजना का नाम बदलने की कवायद शुरू कर दी है। कांग्रेस सरकार इस योजना को आपात स्वास्थ्य सेवा योजना के नाम
से चलाने की सोच रही है। इसके लिए वाकायदा मसौदा तैयार किया जा रहा है ताकि इसे मंत्रिमंडल की बैठक में ले
जाकर उसकी मंजूरी ली जा सके।प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने इस बात के संकेत दिए हैं कि सरकार अटल
स्वास्थ्य योजना का नाम बदलने की सोच रही है। कौल सिंह ठाकुर ने आज शिमला में पत्रकारों से अनौपचारिक
बातचीत में यह बात कही ! मैं हिमाचल प्रदेश के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री राजा बीर भद्र सिहं को बधाई देना चाहूँगा कि
कोंग्रेस सरकार के सता में आने के बाद वो सबसे पहला और सबसे भद्दा विकास कार्य ये कर रहे हैं !पहले महीने ही
अपनी घटिया राजनीति का सबूत दे रहे हैं हमारे मुख्यमंत्री व् प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह !मेरी समझ में ये नहीं आ
रहा की क्या जरूरत है नाम बदलने की ! क्या यही वो बदलाव या विकास का वायदा है जो कांग्रेसी कर रहे थे या कह रहे
थे की जनता बदलाव चाहती है और वो बदलाव इस बार होगा !
सरकार प्रदेश के लोगों को विकास के नाम पर केवल भरमा रही है !किसी योजना का पुन: नामकरण करना मेरे ख्याल से
इतना महत्त्व नहीं रखता जितना कि प्रदेश की जनता की उमीदों पर खरा उतरना !
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