लाखो ओवासी है देश में - हिन्दू विरोधीयो का मुस्लिम मंच
माघ 2 विक्रमी संवत 2069 ।
माघ 2 विक्रमी संवत 2069 ।
आज़ादी की नीव रखने वाले मुस्लिम नेता निहायती शातिर साबित हुए और गाँधी - नेहरु की चंडाल चोकड़ी मुर्ख साबित
हुई , हिंदुस्तान व पाकिस्तान का निर्माण केवल धर्म आधारित था तब एक देश को मुस्लिम राष्ट्र तथा दुसरे को सर्वधर्म
समान राष्ट्र घोषित करने के पीछे की मनसा तब के हिन्दुओ और उनके एन्टो को नहीं आयी या फिर गाँधी की देख कर
अनदेखी करनी की निति का अनुसरण किया गया ।
नेहरु - गाँधी को इश्क ज्ञान अवश्य था की भविष्य में धार्मिक दंश जरुर जनम लेगा फिर क्यों मुर्ख जैसा कृत्य किया गया
,या फिर सही मायने में नेहरु - गाँधी मुर्ख थे जिन्ना चालाक । आज देश के अनेको प्रदेश में मुस्लिम बहुल आबादी वाले
क्षेत्रो में जो भयानक परिस्थिति का निर्माण हो रहा है उसका प्रत्यक्ष रूप हैदराबाद के संसद अकबरुदीन ओवासी है जो
खुले आम हिंदुस्तान को मुस्लिम राष्ट्र घोषित करने की मांग करता है , हिन्दू की पूजा अर्चना पर प्रतिबन्ध लगाता है
और धार्मिक भावनाओ को ठेस पहुचता है तब हमारे देश के वो लोग और राजनीती के धुरंधर क्यों लुप्त हो जाते है जिन्हें
सेक्युलर वाद का मन्त्र केवल संघ , विहिप,बजरंग दल , और हिंदूवादी विचारधारा के लोगो के लिए ज्ञान का पिटारा
खोल देते है और उन्हें सांप्रदायिक करार देते नहीं थकते आज न तो वो मीडिया ही उसके लिए विशेष दल से चर्चा करती है
और नहीं अभय दुबे जैसे धुर हिन्दू विरोधी लोगो के ज्ञान का भंडार नहीं खुल रहा ।
ओवासी जैसे लोगो को न तो देश में रहने का अधिकार है बल्कि देश की भावना से खेलने वाले देशद्रोही लोगो को सजा
देनी होगी अन्यथा देश दुनिया से हिन्दुओ का अंत निश्चित है ।
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