देश हित में नहीं है राष्ट्रवादियो को आतंकवादी कहना और आतंकवादियों को सम्मान ।
कांग्रेस की विदेशी मानसिकता और कांग्रेसियों की मानसिक गुलामी का प्रतिक है शिंदे
21 जनवरी 2013 ।
देश के गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे ने दिग्गी राजा और चिदम्बरम के बाद संघ को समाप्त करने का प्रण सोनिया गाँधी और बुधु युवराज से किया होगा इशी लिए संघ को आतंकवादी बताने का महान कम किया है , लेकिन ये कांग्रेसी क्यों भूल जाते है की नेहरु जो इनका पिता था उसने भी संघ की राष्ट्र भक्ति का सम्मान करने में कोई संकोच नहीं दिखाया और 26 जनवरी 1963 की परेड में संघ को पुरे गणवेश में आमंत्रित किया था ।
संघ और हिंदूवादी संगठनो के त्याग और बलिदान को कांग्रेस बेहसक भुल गई हो लेकिन देश की जनता को झूठ बोल कर केवल व अनपी कब्र खोद रही है , शिंदे जब पाक के सबसे बड़े आतंकवादी को श्री हाफिज सईद बोल कर देश और देश की सेना का अपमान करते है वो भी संसद में जो लोकतंत्र का मंदिर है तो इशे ज्यादा तुछ मानसिकता का परिचय ये कांग्रेसी और क्या दे सकते है , हल ही में मुझे याद है किसी कांग्रेसी सांसद ने कहा की संघ सही मायने में राष्ट की आराधना करता है ।
केवल मुस्लिम के लिए संघ और भगवा जो की हिन्दू समाज का पवित्र और सहष का प्रतिक है उसका अपमान करके बार बार ये मुर्ख और धूर्त कांग्रेसी क्या दर्शन चाहते है क्या ये केवल सोनिया को अपनी माँ मानते है और माँ भारती के सच्चे अरधाको को अपमानित करके अपने कद को ऊपर उठाना चाहते है और राजनीती सिद्ध कर मुसलमानों का वोट लेना ही इनका एक मात्र लक्ष्य है ।
और हिंदुत्व की रक्षा करने वाले संघ परिवार को आतंकवादी बोल देने से कुछ नहीं होगा अगर सत्य है तो प्रमाण दे कर संघ पर आजीवन प्रतिबन्ध क्यों नहीं लगा देते 60 वर्षो के सत्ता की कमान इन्ही धूर्त कोंग्रेसियों के हाथों में रही 3 बार संघ पर प्रतिबद्ध के बाद इन्हें लजित हो कर सम्मान से प्रतिबन्ध हटाना पड़ा ।
आज अपने बुरे वक़्त में इश विदेशी कांग्रेस ने काले अंग्रेजो को खड़ा कर दिया है मुसीबत भागने के लिए, जब भारत अंग्रेजो का गुलाम था तब भी काले अंग्रेजो का प्रयोग किया गया और आज भी वही हो रहा है दिग्गी , शिंदे ,मनीष तिवारी , सभी उसी श्रेणी में आने वाले काले अंग्रेज है ।
हिन्दुओ का इतना अपमान शिंदे और दिग्गी करते है और फिर भी जीवित है मुस्लिम का अपमान करो और दिखाओ की तुम सेक्युलर है नपुंशक नहीं ।
कांग्रेस की विदेशी मानसिकता और कांग्रेसियों की मानसिक गुलामी का प्रतिक है शिंदे
21 जनवरी 2013 ।
देश के गृह मंत्री सुशिल कुमार शिंदे ने दिग्गी राजा और चिदम्बरम के बाद संघ को समाप्त करने का प्रण सोनिया गाँधी और बुधु युवराज से किया होगा इशी लिए संघ को आतंकवादी बताने का महान कम किया है , लेकिन ये कांग्रेसी क्यों भूल जाते है की नेहरु जो इनका पिता था उसने भी संघ की राष्ट्र भक्ति का सम्मान करने में कोई संकोच नहीं दिखाया और 26 जनवरी 1963 की परेड में संघ को पुरे गणवेश में आमंत्रित किया था ।
संघ और हिंदूवादी संगठनो के त्याग और बलिदान को कांग्रेस बेहसक भुल गई हो लेकिन देश की जनता को झूठ बोल कर केवल व अनपी कब्र खोद रही है , शिंदे जब पाक के सबसे बड़े आतंकवादी को श्री हाफिज सईद बोल कर देश और देश की सेना का अपमान करते है वो भी संसद में जो लोकतंत्र का मंदिर है तो इशे ज्यादा तुछ मानसिकता का परिचय ये कांग्रेसी और क्या दे सकते है , हल ही में मुझे याद है किसी कांग्रेसी सांसद ने कहा की संघ सही मायने में राष्ट की आराधना करता है ।
केवल मुस्लिम के लिए संघ और भगवा जो की हिन्दू समाज का पवित्र और सहष का प्रतिक है उसका अपमान करके बार बार ये मुर्ख और धूर्त कांग्रेसी क्या दर्शन चाहते है क्या ये केवल सोनिया को अपनी माँ मानते है और माँ भारती के सच्चे अरधाको को अपमानित करके अपने कद को ऊपर उठाना चाहते है और राजनीती सिद्ध कर मुसलमानों का वोट लेना ही इनका एक मात्र लक्ष्य है ।
और हिंदुत्व की रक्षा करने वाले संघ परिवार को आतंकवादी बोल देने से कुछ नहीं होगा अगर सत्य है तो प्रमाण दे कर संघ पर आजीवन प्रतिबन्ध क्यों नहीं लगा देते 60 वर्षो के सत्ता की कमान इन्ही धूर्त कोंग्रेसियों के हाथों में रही 3 बार संघ पर प्रतिबद्ध के बाद इन्हें लजित हो कर सम्मान से प्रतिबन्ध हटाना पड़ा ।
आज अपने बुरे वक़्त में इश विदेशी कांग्रेस ने काले अंग्रेजो को खड़ा कर दिया है मुसीबत भागने के लिए, जब भारत अंग्रेजो का गुलाम था तब भी काले अंग्रेजो का प्रयोग किया गया और आज भी वही हो रहा है दिग्गी , शिंदे ,मनीष तिवारी , सभी उसी श्रेणी में आने वाले काले अंग्रेज है ।
हिन्दुओ का इतना अपमान शिंदे और दिग्गी करते है और फिर भी जीवित है मुस्लिम का अपमान करो और दिखाओ की तुम सेक्युलर है नपुंशक नहीं ।
No comments:
Post a Comment