यदि सरकार करोड़ो लोगो वाले देश में सुरक्षा के अंतर्गत भारतीय नागरिको की जानकारी को सहेजे तो गलत कुछ भी नही है |
मौलिक अधिकारों के नाम पर लोग अपने और अपनों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले वही लोग है जिन्हें अपने अपराधिक इतिहास को सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से छुपाये रखना है |
सरकार देश की जनता के लिये काम करे, जवान और सुरक्षा एजेंसियों के सिपाही जान जोखिम में डाले और सुरक्षा करे यह उनका कर्तव्य है लेकिन जनता का क्या कर्तव्य है|
जिन देशो में सरकार अपने देश में रहने, आने - जाने वाले सभी लोगो पर नजर रखती है क्या वहां के लोगो के अधिकार समाप्त हो गये है ?
याचिकदय्रर करने वाले मुर्ख जब ये दलील देते है की अमेरिका ने हमला करने वाले, चोरी करने वाले अपराधियों को कुछ समय में पकड़ा तो उसके पीछे का तंत्र को समझे बिना अपनी मुर्खता का परिचय देकर देश में आतंकियों, चोरो , अपराधियों को संरक्ष्ण देने का मजबूत समर्थन करते है |
देश सर्वोपरी और देश की सुरक्षा का कर्तव्य प्रत्येक व्यक्ति का है केवल सरकार, सेना और सुरक्षा एजेंसियों का नही|
निजिता का अधिकार तो ऐसे बता रहे है लोग जैसे सरकार ने बेडरूम या बाथरूम में कैमरा लगाना जरूरी घोषित कर दिया हो |
सरकार देश के प्रत्येक नागरिक और देश में आने - जाने वाले सभी लोगो की जानकारी अपने पास रखे ताकि संदेह के आधार पर तत्काल कार्यवाही हेतु तैयार रहे !
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