Thursday, June 08, 2017

देश विरोधी काम करना अधिकार है तो सजा देना देशभक्तो का अधिकार


यह वीडियो पाकिस्तान का नही अपितु भारत के उस हिस्से का है जहाँ की जनता विकास और शांति नही अपितु आतंक और जिहाद चाहती है .... जी हाँ कश्मीर !


कश्मीर के मुसलमान वो मुसलमान है जिन्हें मुहाजिर कहलाना ज्यादा पसंद है भारतीय कहलाने से !
भारत जैसी आजादी विश्व के किसी भी इस्लामिक देश में नही है यदि होती तो निसंदेह उसकी स्थिति भी भारत और भारत के अभिन्न अंग और श्री कश्यप ऋषि के कश्मीर जैसे होती,लेकिन इसके ठीक विपरीत पुरे विश्व में परिस्थितिया ऐसी है की कोई भी देश अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर देश विरोधी नारे और दुश्मन देश के झंडे लहराने वालो को सुनता और देखता नही है बल्कि सेना गोली मार देती है और कोई मानवाधिकार आयोग नही आता क्योंकि देश की सुरक्षा और उनके नियमो से जुड़ा होता है |
और न तो देश के लोग न ही राजनीतिक दल विरोध करते है लेकिन भारत का राजनीतिक लोभी नियम और अंग्रेजी साजिस से ग्रस्त संविधान सबको आजादी और अधिकार तो देता है लेकिन कर्तव्य नही |
क्यों नही सरकार सेना और पुलिस को आदेश देती ऐसी देश द्रोहियों को जो आतंकियों और दुसरे देश के झंडे लहराये और भारत और सेना को को गाली और भारतीय झंडे का अपमान करे उसे गोली मार डी जाए |
आज तक सत्ता में ऐसी अलगाववादियों के मनोबल को बढ़ाया है इसलिये आज यह कर पाते है अन्यथा परिणाम का पता चले तो कितने लोग खुलेआम देश को गाली और उसके झंडे को जलते है पता लग जाता |
कुछ लोग खुद को नेता कहते है जिन्हें झंडा जलाना और देश को गाली देंना नागरिक अधिकार लगता है और फिर भी वो खुलेआम घूमते है तो सरकार जिम्मेदार है इसके लिये क्योंकि जो सम्विधान इन जाहिलो ने आधा पढ़ा है वही संविधान सजा का प्रवधान भी देता है |
झंडा जलाने वाले और देश देश विरोधियो और उनका साथ देने वालो को देशद्रोही कहता है |
झंडा जलाना यदि अधिकार है तो मणिशंकर अय्यर जैसे कांग्रेसी आतंकियों के अब्बा समझाये की झंडा होता क्या है ?
झंडा किसी भी देश की जनता का मान-सम्मान होता है और इसका अर्थ है की झंडे को जलाने वाले भारत के प्रत्येक नागरिक और उसके लोगो का अपमान कर रहा है |
" क्या अधिकार है यदि ये सही है तो झंडा जलाने और देश विरोधी बाते करने, देश की संस्कृति और उसकी जनता की भावनाओ को नुकसान पहुचाने वालो की सरेआम हत्या और पिटाईभी जायज है" |





Wednesday, June 07, 2017

कश्मीर के हमलावर युवाओं का विकास कहि बन न जाये देश के लिये विनाश |

सेना पर जानलेवा हमले और उनकी निर्मम हत्या करे वाले कश्मीर के युवाओं को रोजगार और शिक्षा की नहीं मार की जरूरत है |


केंद्र सरकार कहती है की कश्मीर में विकास और शिक्षा का अभाव है इसलिये युवाओं  को आतंकी और भारत में रहने वाले पाकिस्तानी दलाल और जिहादी बहका कर अशांति के कार्य और सेना पर हमले को उसका रहे है, तो सरकार को यह वीडियो जरूर देखना चाहिये और खुद से पूछना चाहिये की सरकार किसका विकास करना चाहती है क्या इन्हे शिक्षा,सड़क,लैपटॉप की आवश्यकता है | कश्मीर को नर्क बनाने वाले कश्मीरियत का राग गा रहे है |
भारतीय सेना जो कश्मीर और कश्मीरियत के साथ साथ कश्मीर के लोगो की और वहां के देशद्रोही नेताओ की सुरक्षा भी करती है अपमान सहकर, कश्मीर के लोगो की गालियाँ सुनकर भी सीमा पर डटे हुए है क्योंकि वो भारतीय सेना के जवान है | 

सेना पर पत्थर मारने वाले युवाओ और इन लडकियों के विश्वास को देखकर सेना अद्भुत व्यवहार की कल्पना कीजिये की किस प्रकार से कश्मीर के पत्थरबाजों हथियारों  के साथ रहने वाले भारतीय सेना के जवानों  को गालियाँ  देते है अपमानजनक शब्द कहते है और तो और खोखले आत्मविश्वास एवं भारतीय सेना के सभ्य व्यवहार पर इतना विश्वास है की सेना के जवान को थपड मारते है और वह जवान पलट कर जवाब तक नहीं देता। ..... कश्मीर की जंगे आज़ादी के बहादुर जिहादियों का भाग्य इतना अच्छा है की वह विश्व के किसी और देश में नहीं जन्मे और किसी देश की सेना के साथ ऐसा दुर्व्यवहार नहीं किया , यह सत्य वह भी अच्छे से जानते है की किसी अन्य देश में होते तो देश विरोधी बाते और सेना हमला करने वाले को भारत को छोड़ पुरे विश्व में देश द्रोही कहा  जाता है और उसकी सजा भी बेहद खतरनाक है लेकिन भारत एक मात्र ऐसा देश है जहाँ ऐसे कृत्य को जिहाद या आज़ादी की लड़ाई कहते है | 

यकीन मानों सेना कल से सेना पर हमला करने वालो को जवाब देने लगे तो कश्मीर की जंगे आजादी के ये आतंकी यकीनन सड़को पर सेना पर हमला करते नहीं अपितु सड़को पर लाशो के रूप में दिखेंगे और थपड मारना तो भूल जाइये , लेकिन सरकार न जाने कैसे विकास की संभावनाये  देख रही है इनके आतंकी दिमाग में  कहि ऐसा न हो की सरकार के लिए कश्मीर ये हमलावर युवाओं का विकास वियतनाम जैसी परिस्थित न खड़ी कर दे | विश्वविद्यालय से शिक्षा का स्तर, सड़को , बिजली।, पानी से कश्मीर के अच्छे लोगो का विकास अवश्य होगा लेकिन पीढ़ी दर पीढ़ी पनपने वाले जिहादी मानसिकता के युवाओं को इन विकास से लाभ मिलेगा और जिस लैपटॉप को सरकार युवाओ को देकर तकनीकी के विकास और तकनीति के माध्यम से कश्मीर को जोड़कर विकास करना चाहती है उसी तकनीति शिक्षा , सड़क, बिजली , पानी का दुरुपयोग न करने लगे यदि सरकार की सोच के विपरीत हुआ तो कश्मीर का नाश तय है और वह स्थिति सरकार के लिए वियतनाम जैसी होगी |


 
https://www.facebook.com/BhaandMedia/videos/1877890609144279/







Thursday, June 01, 2017


बिहार में सरकार का नहीं आतंकियों का राज्य : मुख्यमंत्री हुये लादेन , उप मुख्यमंत्री बने छोटू जिहादी सरकार को संरक्षण प्राप्त हुआ गैया के भक्षक | 


मधुबनी में नैंसी झा की 12 वर्ष की मसूम बच्ची की अपहरण से लेकर जिस बेरहमी से हत्या की गई वह बिहार पुलिस , सरकार और समाज की घिनौनी सूरत दिखाता है | 

जिस सरकार को लोगो ने समर्थन और विश्वास दिया उसमे अपराध और अत्याचार  समझौता करते हुए फिर से उन्ही दरिंदो के हवाले कर दिया जिससे परेशान जनता ने अपना विश्वास किसी और को दिया लेकिन अपनी महत्वकांशा और व्यक्ति विरोध में अंधे लोगो ने उस विश्वास की धज्जियाँ उड़ा दी | 


एक छोटे से गाँव में अपहरण हो जाये और पुलिस परिवार को कैसे प्रताड़ित करती है इसका हुनर सिखाने के लिए बिहार की पुलिस सक्षम है, बच्ची न तो दलित है न मुस्लिम अन्यथा अब तक नेताओ और मानवतावादी झण्डा उठाने वाले वामपंथी , सामपंथी  और दामपंथी पाखंडी मोमबत्ती लेकर छाती पीटने लगते और नरेंद्र मोदी को गालियाँ देते और टीवी चैनल 24 *7 उसको दिखाते और इंसाफ माँगते | संभवतः थाने से लेकर डीजीपी और मंत्रालय तक एक दूसरे को सजा देने में लग जाते लेकिन बच्ची सामान्य वर्ग से हो तो कोई समस्या नहीं है तेजाब से जलाओ या आग से रेप करो या अमानवीय व्यवहार कोई पूछने वाला नहीं है | 


नितीश को दुबारा वोट करने वाले लोगो के हाथ काट देने चाहिये  क्या उन्हें पहली बार में समझ नहीं आया की वह किस मानशिकता से ग्रस्त है , जो मुख्यमंत्री केवल अपने वर्ग के लोगो को देखता हो क्या जिस संविधान की वह शपथ लेता है उसका अपमान नहीं करता और उसके बदले सजा मिलनी चाहिये  या नहीं फिर भी बिहार के लोगो ने दुबारा वोट किया और इस बार तो पहले से बेहतर कार्य हो रहा है लालटेन के युग में पुनः वापसी पर समस्त बिहार की जनता को बधाई मिलनी चाहिये |

एक मुहावरा है "बोया पेड़ बाबुल का तो आम कहाँ से होय" बिहार की जनता के लोगो के लिए उचित लगता है वर्तमान परिस्थिति में लेकिन बोये  लोग और भोगे सारी जनता | 


http://www.jagran.com/bihar/patna-city-minor-girl-nancy-jha-murder-case-questions-arise-on-bihar-government-16126195.html?src=TP-BR-PAGE




Spicejet Against IndianArmy

सेना के जवान से दुर्व्यवहार करते एयरलाइंस।  =========== देश के लिए जान हथेली पर ले के जाने वाले सैनिकों से इस तरह की उगाही पर  रोक लगनी चाहि...