कश्मीर में सेना की कार्यवाही पर शोर मचाने वाले दलाल पत्रकारों, देशविरोधी वामपंथियों, झूठे धर्मनिरपेक्षता के ठेकेदारों को यह दिखाईनही देता या देखना अपराध लागता है|
Kavita Krishnan जैसी जाहिल लोगो को आतंकियों के मारे जाने पर विधवा विलाप करने लगते है पर जब कश्मीर के उभरते आतंकी युवा यह दृश्य प्रस्तुत करते है तब Barkha DuttRavish Kumar NDTV Rajdeep Sardesai जैसे सभी दलाल पत्रकारों कीआवाज ऐसे बंद होती है जैसे मानो इनके घर में मातम हो गया हो और सब अपना मुखड़ा छुपाये बैठे रहते है |
सेना का जवान आतंकियों के हाथो और कश्मीरी आतंकियों के हाथो मारा जाये तो मानवता जागृत नही होती पर जैसे ही सिपाही अपनी रक्षा में गोली चला दे तो Shabnam Hashmi को अपराध लगने लगता है लेकिन प्रश्न तब उठता है जब ये धूर्त महिला सेना को जब ये आतंकी लडाके बिना किसी नियम कायदे के गोली मार देते है तब ये Shabnam Hashmi गोली मारने के नियम और कानून का पाठ अपने मासूम मुजाहिदो को क्यों नही पढ़ाती तब Kavita Krishnan शैला रशीद जैसे महान बुद्धिजीवीयो को लकवा मार जाता है |
Kavita Krishnan जैसी जाहिल लोगो को आतंकियों के मारे जाने पर विधवा विलाप करने लगते है पर जब कश्मीर के उभरते आतंकी युवा यह दृश्य प्रस्तुत करते है तब Barkha DuttRavish Kumar NDTV Rajdeep Sardesai जैसे सभी दलाल पत्रकारों कीआवाज ऐसे बंद होती है जैसे मानो इनके घर में मातम हो गया हो और सब अपना मुखड़ा छुपाये बैठे रहते है |
सेना का जवान आतंकियों के हाथो और कश्मीरी आतंकियों के हाथो मारा जाये तो मानवता जागृत नही होती पर जैसे ही सिपाही अपनी रक्षा में गोली चला दे तो Shabnam Hashmi को अपराध लगने लगता है लेकिन प्रश्न तब उठता है जब ये धूर्त महिला सेना को जब ये आतंकी लडाके बिना किसी नियम कायदे के गोली मार देते है तब ये Shabnam Hashmi गोली मारने के नियम और कानून का पाठ अपने मासूम मुजाहिदो को क्यों नही पढ़ाती तब Kavita Krishnan शैला रशीद जैसे महान बुद्धिजीवीयो को लकवा मार जाता है |
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