विहिप की धर्म संसद से सेक्युलर प्रजाति में भूचाल
इलाहाबाद : प्रयाग महाकुम्भ में 7 फरवरी 2013 को हुए विश्व हिन्दू परिषद ( विहिप ) की धर्म संसद में संघ , भाजपा और अनेको हिंदूवादी संगठनो ने उपस्तिथ हो कर अपनी सहमती दर्ज की , संतो ने हिंदुत्व गंगा रक्षा , गौ रक्षा , और सबसे अहम् विषय भगवन श्री राम की जन्म स्थाली में राम मंदिर निर्माण को बनाने की बात को कहा और हिन्दू वादी को देश का नेता बनाने की संतो की बात पर सबको ऐसा लगा की विहिप और संघ हाफिज सईद को देश का प्रधान मंत्री बनाने की बात क्र रहा हो , वैसे अगर विहिप और संत सईद का नाम लेते तो शयद सेक्युलर जमात शांत रहती ।
क्या देश के संत निराकुश शासन के लिए संत की आवश्यकता होती है और अंकुश किसी को पसंद नहीं इशी लिए तो संतो की बात पर राजनीती होने लगी है , जब देश का राष्ट्रपति मुस्लिम बनता है , इसाई केंद्रीय मंत्री बनता है तब क्यों नहीं विरोध होता लेकिन जैसे ही हिंदूवादी प्रधानमंत्री की बात होती है ऐसा लगता है की कोई अपराध होने वाला है ।
लेकिन हिंदूवादी नेता के साथ भगवान राम का मंदिर बने इशे ज्यादा महत्वपर्ण कुछ नहीं है , भाजपा को अगर इस बार सत्ता में आना है तो इमानदार होना पड़ेगा और मंदिर के लिए इमानदार होना होगा और मंदिर निर्माण करना होगा वरना भाजपा को राजनीती बंद करनी पड़ेगी अन्यथा मूल भावना को मरना होगा ।
इलाहाबाद : प्रयाग महाकुम्भ में 7 फरवरी 2013 को हुए विश्व हिन्दू परिषद ( विहिप ) की धर्म संसद में संघ , भाजपा और अनेको हिंदूवादी संगठनो ने उपस्तिथ हो कर अपनी सहमती दर्ज की , संतो ने हिंदुत्व गंगा रक्षा , गौ रक्षा , और सबसे अहम् विषय भगवन श्री राम की जन्म स्थाली में राम मंदिर निर्माण को बनाने की बात को कहा और हिन्दू वादी को देश का नेता बनाने की संतो की बात पर सबको ऐसा लगा की विहिप और संघ हाफिज सईद को देश का प्रधान मंत्री बनाने की बात क्र रहा हो , वैसे अगर विहिप और संत सईद का नाम लेते तो शयद सेक्युलर जमात शांत रहती ।
क्या देश के संत निराकुश शासन के लिए संत की आवश्यकता होती है और अंकुश किसी को पसंद नहीं इशी लिए तो संतो की बात पर राजनीती होने लगी है , जब देश का राष्ट्रपति मुस्लिम बनता है , इसाई केंद्रीय मंत्री बनता है तब क्यों नहीं विरोध होता लेकिन जैसे ही हिंदूवादी प्रधानमंत्री की बात होती है ऐसा लगता है की कोई अपराध होने वाला है ।
लेकिन हिंदूवादी नेता के साथ भगवान राम का मंदिर बने इशे ज्यादा महत्वपर्ण कुछ नहीं है , भाजपा को अगर इस बार सत्ता में आना है तो इमानदार होना पड़ेगा और मंदिर के लिए इमानदार होना होगा और मंदिर निर्माण करना होगा वरना भाजपा को राजनीती बंद करनी पड़ेगी अन्यथा मूल भावना को मरना होगा ।
No comments:
Post a Comment